by
TanvirSalim1
on 15/2/17
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हुई मुद्दत की ग़ालिब मर गया पर याद आता है.
वो हर एक बात पे कहना की यूँ होता तो क्या होता..
....आज के ही दिन सैकड़ों साल पहले मिर्ज़ा ग़ालिब दुनिया से रुखसत हो गये थे..