ये तस्वीर अमेरिका की है जहाँ अब भी साफ़ हवा और पानी सबके लिए उपलब्ध है. कारण कई हैं. एक तो वहां की जनसँख्या और दूसरी वहां के लोगों की समझ. भारत के लोग आज भी साफ़ हवा या पानी से वंचित हैं. इसी कारण से सारा देश ग्रस्त है हज़ारों प्रकार की बीमारियों से. उस के ऊपर आ जाते हैं लूटने वाले डॉक्टर और 'सब चलता है' को चलाने वाले सरकारी या गैर सरकारी लोग.
जिस हिसाब से देश जा रहा है उसे देख कर कोई भी अंदाज़ा नहीं लगा सकता है की अगले दस साल में स्थिति कितनी बुरी हो जाये गई.
एक बार कैंपिंग में अटलांटिक महासागर के किनारे कुछ दिन बिताये थे. कठोर आदेश था की एक बूँद भी गन्दा पानी सागर में न जा पाए. नहाने धोने का सारा पानी रोज़ शाम को टैंकर में भर प्रोसेस होने रोज़ जाता था. सागर में एक बूँद भी गन्दा पानी नहीं गया. इस नियम का कड़ाई से पालन होता है. यहाँ नदियों में गन्दा पानी फ़ेंक हम गंगा की तौहीन कर रहे हैं. कभी सोचते भी नहीं की अगर गंगा को गुस्सा आ गया तो?