मक्का में हज के समय हुई घटना निसंदेह दुर्भागपूर्ण थी, और हमें सोचने पे विवश करती है की चाहे जितना भी अच्छा इन्तेzआम क्यों ना हो, ऐसा होने की संभावना हमेशा बनी रहेगी. हज्ज में जाने वालों की संख्या को नियंत्रित करना ज़रूरी है. क्या कारण है की लोग एक बार से अधिक बार हज करने जाते हैं, जबकि शायद सवयं रसूल (Mohammad (pbuh)) केवल एक बार ही गये?
जिनके पास साधन है वो बार बार क्यों जाते हैं? उनको मौका देना चाहिए उनको जो पहली बार जा रहे हैं.