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TanvirSalim1
on 8/7/15
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मेरे भाई , थोडा ठहर जाओ, और रुक के देखो उन फूलों को जो तुम्हारे ही आँगन में खिले है, और बहुत खूबसूरत है। एक दायरे में भागने से थक भी जाओ गे और एहसास भी न होगा की तुम ने फासला कुछ भी तै नहीं किया है, तुम जहाँ थे, बस वहीं हो।......Tanvir Salim...