"पूर्वांचल विकास मंच" का गठन FaceBook पे इस आशा से किया था की शायद हर किसी के प्रयास से कुछ विकास का काम अपने पूर्वांचल में हो सके गा- मैं एक आशा वादी व्यक्ति हूँ, पर अत्यंत दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि मुझे ऐसा कुछ होता प्रतीत नहीं हो रहा है- पूर्वांचल के लोग संतुष्ट हैं, पूर्वांचल कि स्थिति से- बातें तो सब करते हैं, पर जब समय आता है तो उनके ख्याल रूढ़िवादी हैं- ले दे कर हर कोई धर्म और जाति के दायरे में सिमटा हुआ है..