ताज्जुब की बात है कि उस मुखिये के हाथ में कुरान नहीं था.
मनोज अभिज्ञान ने अपनी टिप्पणी में रणवीर सेना के मुखिये के उस बयान की ओर ध्यान दिलाया कि वे बच्चों को मार देते हैं, क्योंकि ये बच्चे बड़े होकर नक्सली बनेंगे ; औरतों को मार देते हैं, क्योंकि वे नक्सलियों को जन्म देंगी.
ताज्जुब की बात है कि उस मुखिये के हाथ में कुरान नहीं था.
उज्जवल भट्टाचार्य !