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TanvirSalim1
on 3/7/16
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किताबों में छपते हैं चाहत के किस्से
हकीकत की दुनिया में चाहत नहीं है
ज़माने के बाज़ार में ये वो शै है
जिसकी किसी को ज़रुरत नहीं है।