by
TanvirSalim1
on 23/9/16
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एक बोसीदा किताब में रखा सूखा सा फूल.
रंग उजड़ा हुआ, ना खुश्बू मौजूद,.
दूर से आती है एक खनकती आवाज़..
भर जाते है फूल में जाने कितने रंग.
खुश्बूओ से भर उठता सारा माहौल.
कितनी बातें, कितने अफ़साने, कितने लोग.......गुड नाइट..