इंग्लैंड के एक बहुत सम्मानित डॉक्टर अशोक प्रजापति, जो की समाज सेवी हैं, ने पुस्तक लिखा है की किस प्रकार बहुत से डॉक्टर अपने पेशे पे कलंक लगा रहे हैं. मरीज़ को इतने टेस्ट करा देते हैं जिसकी उसे ज़रुरत नहीं होती है. उन डॉक्टर्स का उद्देश्य जल्दी से जल्दी अधिक से अधिक पैसा कमाना है. गोरखपुर में भी एक स्थिति ऐसी देखने को मिली. आप "संजीवनी" बेच रहे हो तो ठीक, मगर अपने पेशे पे कलंक न लगाओ.