857 वेबसाइटों को ये कहते हुए प्रतिबंधित करने का फैसला किया था कि उन पर 'अनैतिक और अश्लील' सामग्री है. अच्छा क़दम. मगर ये भी आवश्यक है की समाज में देह व्यापार से लुप्त लोगों पे भी करवाही हो. विशेष तौर पे वो जिन पे बलात्कार के आरोप हैं और जो राजनीति में है...आप समझ रहे हैं की मैं क्या कहना चाह रहा हूँ.