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TanvirSalim1
on 20/11/16
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वो लोग साहिबे कुरआन हो नहीं सकते।
किसी भी धर्म की पहचान हो नहीं सकते।
जो उग्रवाद को यारों जिहाद कहते है।
वो और कुछ हैं मुसलमान हो नहीं सकते।
-Unknown