माना की बुनकारों की उंगलियों के जादू से ईस्ट इंडिया कंपनी के लोग ख़ौफ़ में थे की इनके बनाए कपड़ो की जगह मॅनचेस्टर के कपड़ों को कौन पूछे गा? इसी लिए इस सनत को यहाँ बर्बाद कर दिया अँग्रेज़ों ने...वो तो बीती बात थी..आज के दौर को देखा जाए. दुनिया तेज़ी से बदल रही है, टेक्नालजी बदल रही है मगर आज का बुनकर अब भी पचास साल पीछे के दौर में जी रहा है..क्या वो उंगलियाँ जो जादू की तरह कर्घो पे चलती थी, आज लॅप टॉप की के बोर्ड पे नही थिरक सकती...पूछिए अपने बुनकर नेताओं से...जो आप को अब भी माज़ी में रहने को मजबूर कर रहे है.