पाकिस्तान, क्या हाल कर लिया है तुम ने अपना. ना ही स्कूल महफूज़ हैं नाहि मस्जिद. चलो अच्छा हुआ हमारे बाप दादा पाकिस्तान नहीं गये और इंडिया में ही रह गये, वरना ना जाने क्या होता हम लोगों का? और जाते भी कैसे इस मुल्क की मिट्टी छोड़ के, अपने खेत खलिहान छोड़ के. मिट्टी में दफ़्न अपने बुज़ुर्गो को छोड़ के-तनवीर सलीम