by
TanvirSalim1
on 10/2/16
view
rss
like
जब लहू पीने की आदत पड़ जाए तो कितना भी गंगा जल या आबे ज़म-ज़म पिला दो..कम्बख़्त प्यास है की बुझती ही नही...क्या फ़ायदा समुंदर का मंथन कर अमृत को निकाला जाए....सस्ती है ज़िंदगी, खून को ही परोसा जाए..