चलें कुछ देर के लिए ज्योतिष बन जाएँ और आने वाले दस वर्षो के लिए गोरखपुर के लिए भविष्वाणी की जाये- क्या लगता है आपको कि आने वाले दस वर्षों के पश्चात् गोरखपुर कहाँ होगा? क्या स्थिति बाद से बदतर होगी, या उसमे कोई सुधार आयेगा - मेरे एक चिर परिचित का कहना है कि "भले ही तुम कितने भी आशा वादी क्यों न हो, मगर एक बात जान लो, यहाँ कुछ नहीं होने वाला है"- क्या उनका ये कथन सत्य है? यदि हाँ, तो क्या हम केवल हाथ पे हाथ धरे बैठे रह जायेंगे और परस्थिति में परिवर्तन लाने का प्रयास भी न करेंगे? कहते हैं कि "नाउम्मीदी कुफर है"- ये जान कर भी क्या हम अपने हिस्से कि मेहनत नहीं करेंगे- अगर ऐसा ही है तो हम आने वाली पीढ़ियों को क्या उत्तर देंगे? तनवीर सलीम