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TanvirSalim1
on 1/1/17
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और मेरे मुसलमान भाइयों- छोड़ दो बाल की खाल निकालना। बाहर निकलो अपनी सोच के दायरे से। तुम्हारा कुछ भी नहीं जो सकता है अगर जो तुम तालीम को अपनाओ गे नहीं। मौकों की कमी नहीं है, ढूँढो गे तो खुदा भी मिल जाएगा। मेरी बात तल्ख़ है मगर सच.....