ऐसा कौन सा राजनीति दल होगा जो "वास्तव" में चाहेगा की ईमानदार लोग राजनीति में आयें? ज़रा सोच के जवाब दें. मैं ने सत्ता के गलियारे में बहुत चहल क़दमी की है पर वहाँ का चाल चलन देख निराशा के अतरिक्ट कुछ भी प्राप्त ना हो सका. देखा की कैसे देश का प्रेम रखने वाले हाशिए पे पहुँचा दिए गये. पनपा वही जो जोड़ तोड़ में माहिर था. इस देश का बुरा हाल इसी कारण से हुआ.
मेरे दादा जी गोरखपुर से पहले विधयक थे और कई बार रहे. मेरे बचपन में मुझे याद है की वो विधायक और मंत्री रहने के बाद भी साइकल पे चलते थे.