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by TanvirSalim1
on 12/4/15
एक बात मैंने देखि है हिन्दुस्तानी मुसलमानो के अन्दर ....कि ..
जब तक आप "बाबरी मस्जिद , गुजरात दंगे , हाशिमपुरा कांड , दीमापुर , असाम ,मुज़फ्फरनगर जैसे मुद्दों पर लिखेंगे , और मुसलमानों पर होने वाले जुल्म पर कलम चलाएंगे तब तक आप उनके मसीहा कहलायेंगे , आप को इज्ज़त दी जाएगी . आप की तारीफ के पुल बंधे जायेंगे . आप को सच्चा पक्का मुसलमान कहा जायेगा , कुछ लोग आप को जन्नती होने की गारंटी भी दे देंगे |
"
लेकिन जैसे ही आप इस्लाम के अन्दर पल रही बुरइयो के खिलाफ लिखना शुरु करेंगे , जैसे आप isis और अल्शाबाब ,अल काएदा ,बोकोहराम के खिलाफ लिखेंगे तो आप को गलियां खानी पड़ेगी , अगर आपने चार शादी ,हलाला , जनसख्या नियंत्रण , इस्लामी आतंकवाद , मजहबी कट्टरता, जन्नत की हूरे .आदि विषय पर कुछ लिख दिया आप को दिन रात गलियां दी जायेंगे , आप को भटका हुआ बताया जायेगा , कुछ फतवेबाज तो आप को तुरंत काफ़िर तक कह देंगे | और इसी दुनिया में आप बद्दीन और जहान्नामी घोषित कर दिए जायेंगे | (नोट - ठीक यही बात हिन्दुओ पर भी लागु होती है )
सिर्फ एक बात ही कहूँगा हर हाल में सच बोलने वाला ही सच्चा मुस्लमान होता है , सच लिखता हूँ और सच लिखूंगा | मीठा लगे तो पी लेना , कड़वा लगे तो थूक देना - अहमद भाई....COPIED..