एक उमर होती है जब लगता है की अभी तो उमर पड़ी है ..क्या जल्दी है..फिर धीरे धीरे वक़्त गुज़रता जाता है और उसी के साथ बढ़ती जाती हैं अपनी बेचैनिया..दुनिया को जीतने की एक जंग..लम्हे हमें लहू लहान करते चले जाते है, पर हम हर क़ीमत अदा कर जंग को जीतने में दिन रात एक कर देते है....
बाद में ये सवाल उठता है की ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या हो? Good Morning..